शुक्रवार, 18 मई 2018

"बिटिया ही कीजो "


"बिटिया ही कीजो "?

अगले जनम मोहे ,बिटिया ही कीजो 
धन दौलत चौचक ,संतति मोहि दीजो |
भलाई - जीवन को , मूल बना दीजो 
गुनाहों से तौबा ,दिल ऐसा  दीजो |
जब होइहैं भौचक मैं घमंड लीजो 
दारू मुर्गा सबै ,व्यसन भगा दीजो |
प्रभु मोहि ऐसा, वर दे खुश कीजो 
अगले जनम मोहे ,बिटिया ही कीजो  ||

धर्म -कर्म बल पर,समाज साजो दीजो 

कलह घर का मिटा ,दुनिया-दिखा दीजो 
धर्म कर्म बल पर ,समाज साजो दियो |
सत साहित्य और कला -  लेखन दीजो 
अवगुण औ आलस्य मेरो हर लीजो |
प्रभु मोहि ऐसो वर दे खुश कीजो 
मेल मिलाप  शौकी चौकस घर दीजो |
अगले जनम मोहे ,बिटिया ही कीजो 
धन दौलत चौचक ,संतति मोहि दीजो ||
अन्न धन लाधियन कोठिला भर दीजो 
साथ-हाथ तुम्हार्यो ,दूजे ना लीजो |
पूजा -पाठ चारो टाइम हम कीजो 
दुराचारी क सर चरण तोरिय दीजो |
धन दौलत चौचक ,संतति मोहि दीजो 
अगले जनम मोहि ,बिटिया ही कीजो ||

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें