मंगलवार, 28 जून 2016

दास्ताने सतहत्तर (२)

जिन्दगी बड़े करीब से देखा ,
मेरी जिन्दगी फुटपाथ लेखा |
बैठकर फुटपाथ पोथी बेचा ,
किताब लिखी  जिन्दगी रेखा |
जीवन गजब है डोर सरीखा ,
डोर में बंधा है पेट से भूखा |
पेट ने हल्दी- घोल -भाजी,
कडाही में बिना तेल भूना || 

6 टिप्‍पणियां:

  1. "एक सा मंगल रहता "
    मंगल सबके लिए ,रहता नहीं सामान |
    ज्ञानवान मोती मिले ,मूरख मिले नादाँ ||
    मूरुख मिले नादान,मन लहसुनिया खोजय|
    जाको जैसी चाहत ,झोली वैसी दीजय||
    'मंगल 'खुश इच्छित इ,वर पाकर रहता |
    विविध भेद मानव के ,एकसा मंगल रहता ||

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  2. "हाथ से हाथ मिलाया करो "
    खुद को अपनों से अब न बचाया करो |
    न पागल सा प्रेम में डूब जाया करो ||
    लाकर चौथ का चाँद कौन देता किसे |
    निज चेहरों में अपने जगमगाया करो ||
    दर्द जीवन है जीवन की दर्द कहानी |
    नीर आँखों से अपने न बहाया करो ||
    जी काम कर कुछ अपने हाथों से तुम|
    हरदम हर बातपर मुस्कराया करो ||
    अन्धेरा अधखिली ही लौट जायेगी |
    अपने छत पर बहाने से आया करो ||
    दिल मिलाने की तेरे आदत में न हो |
    कम से कम हाथ में हाथ मिलाया करो ||

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  3. "हाथ से हाथ मिलाया करो "
    खुद को अपनों से अब न बचाया करो |
    न पागल सा प्रेम में डूब जाया करो ||
    लाकर चौथ का चाँद कौन देता किसे |
    निज चेहरों में अपने जगमगाया करो ||
    दर्द जीवन है जीवन की दर्द कहानी |
    नीर आँखों से अपने न बहाया करो ||
    जी काम कर कुछ अपने हाथों से तुम|
    हरदम हर बातपर मुस्कराया करो ||
    अन्धेरा अधखिली ही लौट जायेगी |
    अपने छत पर बहाने से आया करो ||
    दिल मिलाने की तेरे आदत में न हो |
    कम से कम हाथ में हाथ मिलाया करो ||

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  4. "भौरे गायें "
    अब गीत कुसुम कमनीय सूना
    मंद -मंद मत मुस्का
    रंग -चित्र रच -रच के
    इठला और बल खा |
    तेरी -मेरी गढ़ी कहानी
    उल्लासों से भरी जवानी
    कविता में आ गई रवानी
    हुआ सबेरा अब कुछ सोचो
    क्षणिक विभव है पानी -पानी |
    विमल धरा का रूप रंग रस
    भू पर पैर की रही निशानी |
    रसिक रसीले भौरे आते
    प्रीति-प्रतीति पथ दिखलाते
    यहाँ वहाँ उपभोग में लेकर
    छले-डाले कहाँ तुम जाते ?
    बन कोमल कमनीय- कलेवर
    देवों के भी मन को भाते |
    रसिकों का श्रृंगार सहज बन
    आते-जाते औ इतराते
    रसिक -रसीली रसिकाओं संग,
    हार और उपहार बन जाते |
    खुलकर गीत 'मंगल 'गाते
    अपना रूप -आभार दिखाते ||

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  5. "लेस कैश -कैश लेस" की ओर !
    भारत को लेस कैश इकोनामी बनाने के पीछे भारत सरकार की मनसा साफ जाहिर करती है कि काले धन व आतकी फंडिंग पर काबू पाना है | इस प्रक्रिया को अपनाने से
    भारत में दूर -दूर तक चाहे आतंकी गतिविधि कश्मीर में हो आतंकवादी गतिविधियों में कमी पाई गई है |वहीं नक्सलवाद और माओवादियों के हौसले भी पस्त होते देखे जा रहे हैं | काला धन जहां स्वीटजर लैंड के स्विस बैंक में पर देश में होने की चर्चा वर्षों से ही रही हो वहीं विमुद्रिकरण (नोट बंदी ) की ०८ नवम्बर की मध्य रात्रि से मोदी सरकार के धोषणा
    करने के बाद से बात सामने आने लगी की हमारे कुछ प्रान्तों में पड़ोसी देशों के रास्ते से जाली नोटों का थोक का थोक जखीरा भारत में आता रहा है और हमारी अर्थव्यवस्था को तहस -नहस करने में उसकी भूमिका से नकारा नहीं जा सकता है |

    नोट बंदी ५००-१००० के प्रथम चरण में दो राज्यों के प्रमुखों को छोड़ कर अमूमन सभी राज्यों का विमुद्रीकारण पर समर्थन मिला | विमुद्रीकारण पर आम जनता का भरपूर समर्थन मिला जबकि जनता ने देश हित में दुःख सहकर कतारों में धुप -शीत को सहकर लाइन लगाकर कैश प्राप्त करने के लिए कष्ट सहकर भी समर्थन दिया जिसका प्रधानमंत्री जी ने अपने टयूट के माध्यम से आम जनता के सहयोग पूर्ण योगदान के लिए धन्यवाद दिया स्वागत किया |
    लेस कैश -कैश लेस योजना अपनाने में समय-समय पर सुधार हेतु सरकार ने कई चरण में छूट की घोषणाएं की ! वित्त मंत्री ने ११ सूत्रीय पॅकेज का एलान किया कैशलेस भुगतान के विविध तरीकों में क्रेडीड डेविड कार्ड ,ई -वालेट ,इंटरनेट बैंकिंग ,यूं पी आई ,काड्स पोस ,पू एस एस डी,इनेबल्ड पेमेंट सिस्टम ,(डीजिशाला )द्वारा dijidhn अपनाने का प्रचार -प्रसार गाँव -गाँव और शहरों तक जानकारिया कराने की योजना बनाई है जिसे अबिलम्ब विस्तृत जानकारी नेशनल /डी डी चैनल पर प्रसारित कर जनता को जनाने की आवश्यकता है |जिससे आम लोगों को सही जानकारियाँ मिल सके |
    विमुद्रिकरणसे किसानों मजदूरों को जितना जल्द हो सके सहूलियत दी जानी आवश्यक है कारण भारत की ८०% जनता ग्रामीण इलाकों में रहती है | यद्यपि सरकारने जनता का ध्यान करते हुए सहूलियत देने की घोषणाएं भी की हैं लेकिन
    कालावाजारी क्या उसे कामयाब होने दे रहे हैं | सरकार को बहुत जल्द रूपये कार्ड(RuPay Debit Card )/Kredid Card किसानों को उपलब्ध कराना होगा |
    किसान Kredid Card को इलेक्ट्रानिक प्लेटफार्म के रूप में जल्द से जल्द अपडेट किये जाने पर बल देना होगा |
    मंडियों और दुकानदारों को निर्देशित किया जाना चाहिए कि वह इलेक्ट्रानिक पेमेंट
    स्वीकार करें |
    दुकानदारों को भी प्रोत्साहित किया जाय | यद्यपि सरकार सूचित करने का माध्यम निकाला है परन्तु वह नाकाफी है |
    दुकानदारों को स्वाइप मशीन को जल्द से जल्द लगा लेना होगा अन्यथा बड़े बड़े माल
    आदि जब मार्केट पर अपना प्रभाव छोड़ लेगे तो खुदरा दुकानदारों को खतरा बढ़ सकता है |
    माग के अनुसार यदि संभव हो तो चिप युक्त प्लास्टिक मानी सही साबित हो सकती है जिससे नोट संग्रह का खतरा कम हो सकता है | इस नोट को खराब होने का खतरा कम होगा | लेस कैश व्यवस्था से सुदूर गाँव में रूपये को पहुचाकर आम लोगों की कठिनाइयां दूर की जा सकती हैं |
    कैश लेस व्यवस्था यद्यपि बहुत सुन्दर व्यवस्था है परन्तु अभी भी बहुत से गाव नेट से पूर्ण रूप से नहीं जुड़ सके हैं भले ही दावा किया जाय |
    काले धन और भ्रष्टाचार मिटाने के लिए उपभोक्ता व व्यवसाई व्यवसाय जगत से जुड़े लोगों को ,बैक और दुसरे सभी संस्थानों को तत्परता दिखाने की आवश्यकता पर बल देने की जरूरत है |

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  6. "सड़कें टूटीं "
    हो! कहाँ से आये
    और कहाँ जा रहे |
    डगर पुरातन टूटी
    तू भी गीत गा रहे ?
    लुढक कहीं ना जाएँ
    खुले मैनहोल रहे |
    खबर तो है सबको
    अमला वंशी टेर रहे ||

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